विटामिन डी: ज़रूरी है, लेकिन ज़्यादा नहीं!

विटामिन डी हमारे शरीर के लिए कई मायनों में महत्वपूर्ण है, हड्डियों को मजबूत बनाने से लेकर प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने तक। 

विटामिन डी क्या है 

विटामिन डी के अत्यधिक सेवन से बचें 

विटामिन डी हमारे शरीर के लिए आवश्यक है, लेकिन इसका अत्यधिक सेवन हानिकारक हो सकता है। 

अध्ययनों से पता चलता है कि विटामिन डी कैल्शियम के अवशोषण में मदद करता है और रक्त में कैल्शियम और फॉस्फोरस के पर्याप्त स्तर को बनाए रखने में मदद करता है।

विटामिन डी 

इंग्लैंड में एक व्यक्ति 89 वर्षीय   की कथित तौर पर विटामिन डी सप्लीमेंट के अत्यधिक सेवन के बाद मौत हो गई, जिसने इस खतरे को उजागर कर दिया है। 

विटामिन डी 

अत्यधिक विटामिन डी सेवन के कारण ये लक्षण  दिखाई देते हैं

कमजोरी, थकान, अवसाद, भ्रम, मूर्च्छा, पेशाब में वृद्धि, गुर्दे की पथरी, गुर्दे की विफलता, ऊतकों में कैल्सीफिकेशन, आंखों में जलन, बुखार, ठंड लगना, भूख न लगना, मतली, उल्टी और कब्ज। 

विटामिन डी से भरपूर खाद्य पदार्थों ये हैं 

 मछली, अंडे की जर्दी,मशरूम और विटामिन डी युक्त खाद्य पदार्थ शामिल हैं। 

विटामिन डी  लेते समय ध्यान रखें 

– अपनी विटामिन डी के स्तर का परीक्षण करवाएं। – डॉक्टर के निर्देशानुसार सप्लीमेंट लें। – धूप से विटामिन डी प्राप्त करें। – संतुलित आहार खाएं।

याद रखें: अत्यधिक मात्रा में कोई भी चीज अच्छी नहीं होती है, ऐसे  ही विटामिन डी भी ।