सुबह योग करने के फायदे और महत्त्व
योग आपको न सिर्फ शारीरिक बल्कि आपको मानसिक रूप से भी स्वस्थ्य रखता है | इसलिए आपको योग जरूर करना चाहिए | यह आपको कई हजारों प्रकार की छोटी बड़ी बीमारियों से भी बचाता है | कुछ फायदे इस प्रकार हैं |
· योगासन करके आप मन और दिमाग को शांत रख सकते हैं, इससे मानसिक रूप से एकदम स्वस्थ्य रह सकते हैं |
· योग करने से शरीर में रक्त प्रवाह संतुलित तरीके से होता है, जिससे शरीर के सभी अंग सही प्रकार से कार्य करते हैं |
· योग शरीर के लिए काफी फायदेमंद होता है | नियमित रूप से योग करने से बीमारियाँ आस-पास नहीं भटकती हैं | योग करने वाला व्यक्ति हमेशा स्वस्थ्य रहता है |
Benefits and Importance of Yoga
· योग करने से शरीर में छोटी मोती चोट, दर्द सहने की क्षमता में वृद्धि होती है | कई प्रकार के दर्द जैसे जोड़ों का दर्द, पीठ का दर्द, अन्य प्रकार के दर्द को सहन करने की क्षमता बढती हैं, इसके साथ ही आपको दर्द का अनुभव बहुत कम होता है | मतलब छोटे मोटे-योग दर्द का पता ही चलता है क्योंकि आसन प्राणयाम करने से जोड़ों का दिर्द, पीठ का दर्द आदि धीरे धीरे ठीक होने लगते हैं |
· सुबह योग करने से आप पूरे दिन ऊर्जावान रहते हैं, यह शरीर से आलस को दूर कर आपको तरोताजा रखने में भी मदद करता है |
· योग करने से आपका शरीर स्वस्थ रहता है, व सकारात्मक विचारों में वृद्धि होती है | यह आपके मन और दिमाग से नकारात्मक विचारों को दूर करता है |
· यदि आप प्रतिदिन योग आसन, प्राणायाम, व्यायाम करते हैं, इससे आपका शरीर लचीला बना रहता है | योग पूरे शरीर में ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाता है | जिससे सभी अंग सुचारू रूप से कार्य करते हैं |
सुबह कितने बजे उठकर योग करना चाहिए
· सुबह 4:00 से 6:00 के बीच में ब्रह्मा मुहूर्त होता है, यह समय योग आसन, प्राणायाम अथवा व्यायाम करने के लिए सबसे अच्छा समय होता है | वैसे 5:00 से 8:00 बजे के बीच भी आसन प्राणायाम कर सकते हैं |
· आपको सुबह कोशिश करनी चाहिए की 6:00 बजे तक उठ जाये, क्योंकि यदि मैं यह कहूँगा कि आप 4:00 या 5:00 बजे उठे तो आपको भी पता है | ये नहीं हो पाता | इसके बहुत से कारण हो सकते हैं, हो सकता है कि आप रात में अच्छे से सो नहीं पाए हों और आपको नींद भी लेट आयी हो, तो आपके लिए 6:00 बजे तक का समय एकदम सही होगा | सुबह काम की वजह से बहुत से लोगों के पास समय की कमी होती है | आप किसी तरह 20-25 मिनट भी समय निकाल लें तो, अपने स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए योग आसन कर सकते हैं |
सुबह सुबह कौन से व्यायाम करना चाहिए
· सुबह का समय हमारी हेल्थ के लिए बहुत अच्छा होता है | उस समय आपको ताजा हवा मिलती है | जिससे मन शांत रहता है, और स्वस्थ्या ऑक्सीजन से बॉडी भी हेल्दी रहती है |
· कई लोग फिट रहने के लिए सुबह सुबह उठकर जिम में घंटों पसीना बहाते हैं | लेकिन आप घर में ही कुछ योग आसन, प्राणायाम, सूक्ष्म व्यायाम, एक्सरसाइज करके फिट रह सकते हैं | इसके लिए आसन में –
सुबह किये जाने वाले आसन –
सुक्ष्म आसन – हांथो का संचालन, कन्धों का संचालन, गर्दन का संचालन, पैर के पंजों का संचालन, घुटने थाई का संचालन |
आसन – वक्रासन, गोमुखासन, वज्रासन, कटिचक्रासन, वृक्षासन, ताड़ासन, अर्धचन्द्रासन, सूर्य नमस्कार, भुजंगासन, शलभासन, अर्ध हलासन एक पैर से और दोनों पैर से, पूर्ण हलासन, सर्वांगासन, अर्ध पवनमुक्तासन, पूर्ण पवनमुक्तासन, कन्द्रासन या सेतुबंधासन, मर्कटासन, सवासन |
प्राणायाम – अनुलोम विलोम प्रणायाम, कपालभाति प्राणायाम, उज्जायी प्राणायाम, भ्रामरी प्राणायाम, उद्गीत प्राणायाम |
योग आसन, प्राणायाम, व्यायाम करने से पहले
हमेशा किसी एक्सरसाइज या योग से पहले बॉडी को वार्म अप, सूक्ष्म व्यायाम कर लेना जरूरी है, ताकि आप इसे आगे के मूवमेंट के लिए अपने शरीर को तैयार कर सकें | इससे आपको इंजरी नहीं होगी | मोच या दर्द से बचे रहेंगे |
समस्थिति रखें :- इस आसन के अभ्यास के लिए पैरों को मिलाकर सीधे खड़े हो जाए पीठ सीधा अपने हाथों को कमर के दोनों तरफ रखें | हथेलियों के अंदर की ओर रखे हैं और चेहरा सामने की ओर रहना चाहिए | इसी मुद्रा में कुछ देर रहे और गहरी सांस लेते रहें |
वज्रासन करें :- जमीन पर बिछाकर सुखासन की मुद्रा में बैठ जाए अब घुटनों को अंदर की ओर मोड़ें और अपने पैरों पर कूल्हों को रखें अब हथेलियों को अपने घुटनों पर रखें गहरी सांस लेते रहें और छोड़ें |
सूर्यनमस्कार करें :- सुबह सुबह उठकर इसका अभ्यास करने से शरीर और दिमाग खुलता है | शुरुआत में हर दिन पांच राउंड कर सकते हैं | इसके बाद आप अपने शरीर की क्षमता (केपेसिटी) के अनुसार इसे बढ़ा सकते हैं |
प्राचीन योगासन करने के क्या लाभ हैं?
- आप शारीरिक रूप से अपितु मानसिक एवं भावात्मक रूप से स्वस्थ्य होते हैं |
- इससे शरीर में रक्तसंचार नियमित रूप से होता है |
- कब्ज दूर होता है और इससे स्मरण सख्ती बढ़ती है |
- इससे अन्य गंभीर रोगों का निवारण होता है |
- मांसपेशियों में लचीलापन आता हैं
- पाचनतंत्र में सुधार होता है | पेट के अंगों की मालिस होती है |
- रोग दूर होते हैं – मधुमेह, दिल की बीमारियाँ, अस्थमा, पेट के रोग, चर्म रोग, कब्ज |
- दिन भर मेँ कुछ मिनट का योग दिन भर की चिंताओं से मुक्ति दिलाता है | योग हमें बैठने का तरीका प्राणायाम तथा ध्यान संयुक्त रूप से सीखाता है |
- सूर्य नमस्कार और कपालभाति प्राणायाम योग के साथ साथ शरीर के वजन को कम करते हैं | हमारे शरीर में शांतिपूर्ण, मन में सुंदर विचार आते हैं | इसे प्राकृतिक स्थानों में आसन, प्रणायाम करने से अच्छा लाभ मिलता है | हम आनंद का अनुभव करते है की शांति हमारे अंदर है |
- इसे दिन में किसी समय कर सकते हैं बस खाली पेट होना चाहिए | शरीर में उर्जा आती है | हमारे संयुक्त रूप से शरीर, मन और आत्मा में परमा आनंद की अनुभूति प्राप्त करने के लिए प्रतिदिन ईस्वर का स्मरण करते हुए करें | मन में विचार करते हुए करें – हे प्रभु यह शरीर आपने दिया है, हवा, जल, अन्न, औषधियां सब आपने दिया है आदि अच्छे विचार करते हुए करें |
- योग आसान अंगों सामान्य स्थिति में रखते हैं और मांसपेशियों को शक्ति करते हैं | योग द्वारा आपके अपने आत्मीयजनों से संबंध सुधार होते हैं |
योग क्यों खाली पेट करना चाहिए ?
योगा मन और शरीर दोनों को स्वस्थ रखने का अभ्यास हैं | सुबह का समय इसके लिए सबसे बेहतर होता है | सुबह के समय मन शांत होता और हवा भी शुद्ध होती हैं | सुबह या शाम योग का अभ्यास किया जाना चाहिए, क्योंकि शरीर उस समय शांत रहता है | इसके अलावा खाली पेट योग अभ्यास करने के लिए बोला जाता है |
योग विशेषज्ञों के अनुसार खाली पेट योग करना ज्यादा असरदार होता है | योगा के लिए आपकी एनर्जी पूरी तरह से योग के विविध आसान केन्द्रित होना चाहिए | योगा से पहले पेट खाली होना जरूरी है ताकि आपकी पूरी ऊर्जा योग के विभिन्न आसनों पर केन्द्रित हो सके और अभ्यास का ज्यादा से ज्यादा लाभ मिल सके |
योग करने से पहले क्या करें
· शौच करने से बाद खाली पेट करें योग
खाना खाने के तुरंत बाद योग नहीं करना चाहिए सुबह ही शौच करने के बाद ही योग करना चाहिए |
· हमेशा भोजन करने के, 4 घंटे बाद योग करें |
कोशिश यही रहनी चाहिए कि खाने के 4 घंटे के बाद योग करें योगा एक्स्पर्ट बताते हैं कि इतने समय में हमारा खाना पच जाता है और योग करने से फायदा होता है |
सुबह सबसे पहले कौन सा योग करना चाहिए
· सूर्यनमस्कार :- सूर्यनमस्कार अपने शरीर के हर अंग के लिए एक संपूर्ण व्याम है | सूर्य नमस्कार योगासनों में सर्वश्रेष्ठ है | इसके अभ्यास से साधक का शरीर निरोग और स्वाथ्य होकर तेजस्वी हो जाता है सूर्यनमस्कार स्त्री, पुरुष, बाल, युवा तथा वृद्धोंके लिए भी उपयोगी होता है |
· कपालभाति प्राणायाम :- जब आप कपालभाति प्राणायाम करते हैं तो आपके शरीर से 80% विषैले तत्व बाहर जाती सांस के साथ निकल जाते हैं | कपालभाति प्राणायाम की उचित व्याख्या है चमकने वाला मस्तक अर्थात कपालभाती से मस्तिष्क चमकने लगता है |
· सुखासन :- योग विज्ञान के सबसे सरल आसनों में से एक है सुखासन को हठ योग के सबसे साधारण और सरल आसनों में से एक माना जाता है | सुखासन को सभी उम्र के लोग कर सकते हैं |
· अनुलोम विलोम प्राणायाम :- अनुलोम का मतलब है सीधा और विलोम का मतलब है उल्टा | अनुलोम विलोम प्राणायाम कई प्राणायाम में से एक है जो हठ योग के अभ्यास में है |
अनुलोम विलोम करने की विधि
सबसे पहले लेफ्ट नाक के स्वर से स्वांस लेना फिर राईट नाक से छोड़ देना फिर राईट नाक से स्वास लेना ओर लेफ्ट नाक से छोड़ देना यह अनुलोम विलोम का एक चक्र हुआ इसे ही आप बिगनर को 2 से 5 बार करना चाहिए | आगे आप अपने समर्थ के नुसार कर सकते हैं |
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