ऑफिस वर्कर्स के लिए योग | Yoga for Office Workers
योग हम सबके लिए बहुत आवश्यक है परंतु आज के इस आधुनिक युग में युवा पीढ़ी को ऑफिस वर्कर के लिए योग बहुत ज़रूरी हो गया है | वर्कर्स अपने ऑफिस में दिनभर लगातार डेस्कटॉप कंप्यूटर लैपटॉप के सामने बैठकर काम करते रहते है |
लॉकडाउन के कारण ऑफिस का काम घर पर करते हैं | उन्हें शारीरिक रूप से कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है | वर्क एट होम वाले व्यक्ति ग़लत तरीके से बैठते हैं |
जिससे उन्हें शारीरिक रूप से अधिक परेशानियाँ होती है | ऑफिस वर्क वाले व्यक्ति को कभी भी लिया जाता है | जिससे उनके खाने.पीने और सोने का टाइम आव्यवस्थित हो जाता है |
इस कारण उनकी दिनचर्या अव्यवस्थित हो जाती है | जिससे उन्हें प्रायः सिर दर्द, कमर दर्द, गर्दन दर्द, पेट दर्द जैसे समस्याएं होती हैं | ऑफिस वर्कर ऑफिस में काम कर रहे हों या फिर ऑफिस का काम घर से कर रहे हों |
उनके लिए योग बहुत आवश्यकता है | इसलिए ऑफिस वर्कर्स के लिए यहाँ पर कुछ योग आसन बताए गए हैं | जिनसे वे शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रह सकते हैं |
ऑफिस वर्कर्स के लिए बैठने की मुद्रा
सबसे पहले तो आप अपने चेयर्स में हीं सही स्थिति में बैठना सीखें | इस स्थिति में ही बैठे हैं | जिससे कोई भी शारीरिक समस्या न हो, कुछ आसन जो चेयर पर बैठकर किए जा सकते हैं | पद्मासन, सुखासन, पर्वतासन इन स्थितियों में बैठे
सूक्ष्म व्यायाम
इस व्यायाम को करने के लिए हम खड़े होकर, बैठ कर दोनों ही प्रकार से कर सकते हैं |
अपने दोनों हाथों को हाथों की उंगलियों कलाइयों को क्लॉक वाइज एंटी क्लॉक वाइज घुमाए |
अपने गर्दन को गोल-गोल धीरे-धीरे पहले क्लाक वाइज फिर एंटी क्लॉक वाइज घुमाए |
दोनों पैरों के पंजों की उंगलियों को घूमाए |
अपनी आंखों को जल्दी.जल्दी खोलने और बंद करें |
आप अपने कमर को पहले क्लॉक वाइज फिर एंटी क्लॉक वाइज धीरे-धीरे घुमाएँ |
इस प्रकार व्यायाम को करने से सिर दर्द, गर्दन दर्द, कमर दर्द, सर्वाइकल जैसे रोग को नियंत्रित किया जा सकता है |
तनाव कम करने के लिए ध्यान एवं प्राणायाम
ऑफिस वर्कर्स को ऑफिस का काम करने में बहुत से बातों को लेकर तनाव होता है | जिसे दूर करने के लिए हम कुछ मिनट तक ध्यान कर सकते हैं एवं अनुलोम विलोम प्राणायाम के कुछ चक्रों पर ध्यान लगा सकते हैं | यह ऑफिस वर्कर्स के तनाव को कम करने के लिए लाभदायक है |
ऑफिस वर्कर्स में मैन और वूमेन दोनों ही कार्य करते हैं | दोनों को ही योग की आवश्यकता है एवं अपने शारीरिक स्थिति को बनाए रखने के लिए इन्हें योग नियमित अपने लिए कुछ वक़्त निकाल कर करना चाहिए |
सीए के लिए योग
आज दुनिया भर में योग का प्रचलन बहुत ज़्यादा बढ़ गया है | योग का मूल उद्देश्य आपको स्वास्थ्य करना ही नहीं है बल्कि मोक्ष अर्थात ख़ुद को पहचानना भी होता है |
योग मानता है कि स्वयं तक पहुँचने के लिए आपको सबसे पहले अपने शरीर को ही सीड़ी बनाना होगा | आपको शारीरिक रूप से स्वस्थ रहना होगा | एक स्वस्थ शरीर में स्वस्थ मन का निवास होता है | स्वस्थ आत्मा का निवास होता है |
आज के इस भागदौड़ भरे जीवन में हर कोई अपनी सफलता की ओर भागता है | जिसमें कुछ आगे चलकर डॉक्टर, इंजीनियर, सीए, वकील अलग.अलग पोस्ट में सभी व्यक्ति होते हैं |
यहाँ पर सीए की बात की गई है | वे भी अपने कार्य को पूर्णरूपेण कर्तव्यनिष्ठ होकर करते हुए कहीं न कहीं शारीरिक रूप से परेशान होते हैं | उनके लिए भी योग बेहतर है | उन्हें कुछ ऐसे योगाभ्यास करने चाहिए | जिससे उनका स्वास्थ्य अच्छा बना रहे |
सूर्य नमस्कार
यदि आप लगातार सूर्य नमस्कार का अभ्यास करते हैं | यह आपके शरीर को लचीला बनाता है और मेरुदंड को भी सुचारू रूप से कार्य करने में सहायता प्रदान करता है | हमें नियमित और नमस्कार के पूर्ण चक्र को करने का प्रयास करना चाहिए | इसके साथ ही कुछ योगासन और हैं जैसे–
विपरीत करणी
धनुरासन
सूर्य नमस्कार
शीर्षासन
शवासन
प्राणायाम व ध्यान
प्राणायाम का अभ्यास हमारे शरीर के साथ.साथ हमारे मानसिक रूप से भी काफ़ी लाभदायक होता है | प्राणायाम के द्वारा प्राणवायु को शरीर के सभी अंगों तक पहुँचाया जाता है | जिससे शरीर के हानि प्रद जो पदार्थ होते हैं |
वह नष्ट हो जाते हैं | विषैले तत्वों का नाश होता है | ऑक्सीजन लेवल बढ़ जाता है | प्राणायाम और ध्यान से मस्तिष्क आम लोगों की अपेक्षा कहीं ज़्यादा सक्रिय और शक्तिशाली बनता है | हमें इसका नियमित अभ्यास किया जाना चाहिए |
हमें नियमित रूप से योग का अभ्यास करना चाहिए इससे हमारे शरीर को तो लाभ पहुँचता है | इसके साथ साथ हमारे मन को भी शांति पहुँचती है और हमारा व्यक्तित्व में परिवर्तन होता है | योगी व्यक्ति की पहचान अलग ही होती है | वे भीड़ में भी सबसे अलग नज़र आता है |
इसलिए इनके प्रोफेशन के अनुसार इन योगाभ्यास को अभ्यास किया जाना चाहिए |
डॉक्टर्स के लिए योग
जिस प्रकार हमारे देश में देश की रक्षा के लिए सैनिक होते हैं | उसी प्रकार डॉक्टर हमारे स्वास्थ्य की रक्षा करते हैं | प्रोफ़ेसर और इंजीनियर की भांति डॉक्टर भी हमारे समाज में बहुत ही महत्त्वपूर्ण हैं | डॉक्टर्स को हमारे समाज में सम्मान के भाव से देखा जाता है |
इनमें आयुर्वेद और एलोपैथी के डॉक्टर हैं | डॉक्टर का कार्य रोगों का निदान करना होता है | जब भी हम किसी भी रोग से पीड़ित होते हैं तो हम उसके स्पेसलिस्ट को दिखाते हैं | लेकिन कुछ ऐसे केस देखे गए हैं जिसमें जब डॉक्टर ख़ुद ही रोग ग्रस्त हुए हैं तो उन्हें योग के द्वारा ही काफ़ी लाभ पहुँचा है |
वे अपनी दवाओं के साथ.साथ अच्छे खान.पान के साथ.साथ योग का भी नियमित अभ्यास करते हैं | योगासन प्राणायाम ध्यान मुद्रा के सभी डॉक्टर्स के लिए भी काफ़ी लाभदायक होते हैं |
उन्हें अपने दवाओं और इलाजो के साथ.साथ योग का भी नियमित अभ्यास करना चाहिए | उनके स्वास्थ्य के लिए शारीरिक रूप से साथ मानसिक रूप से भी लाभ पहुँचाते हैं | उन्हें अपने पेशेंट को भी इसके प्रति जागरूक करना चाहिए कुछ आसनों का अभ्यास यहाँ बताया गया है |
सूर्य नमस्कार
सर्वांगासन
मत्स्येंद्रासन
प्राणायाम व ध्यान
प्रणव जप
वकील और इंजीनियर के लिए योग
इंजीनियर और वकील दोनों का ही काम चुनौतीपूर्ण भरा हुआ होता है | यदि कोई भी काम सही ढंग से नहीं किया गया या ग़लत हल्का परिणाम बहुत ही भयावह खतरनाक हो सकता है | इससे उनकी नौकरी भी जा सकती है |
उन्हें उनके पद से निकाला जा सकता है | इसलिए वे दिन.रात मेहनत करते हैं | जिससे उन्हें भी कुछ न कुछ शारीरिक समस्याएँ होती हैं | इसलिए उन्हें भी कुछ वक़्त निकालकर योग के द्वारा उन परेशानियों को दूर करने के लिए कुछ योग बताए गए हैं |
अपने ऑफिस या अपने नौकरी के अनुसार अपना सुविधाजनक वक़्त चुने और नियमित योग का अभ्यास करें |
शुरू शुरू में इसे करने में काफ़ी समस्या आएंगी परंतु हमें यदि नियमित योग करने की आदत हो गई तो यह आदत हमेशा बनी रहेगी और आपका शरीर स्वस्थ और फुर्तीला बना रहेगा | जिससे आप शारीरिक रूप से स्वस्थ रहने के साथ.साथ मानसिक रूप से भी स्वस्थ रहेंगे |
योग मुद्रा
सूर्य नमस्कार
शीर्षासन
सर्वांगासन
शवासन
सभी को आसन प्राणायाम ध्यान करना चाहिए |
इन सभी के लिए आप अपना एक से 2 घंटे का वक़्त ज़रूर दें |
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