किडनी के लिए योग आसन प्राणायाम | Kidney Ke Liye Yoga Asana Pranayam
किडनी शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंग माना जाता है | किडनी शरीर मैं पेट के भीतरी भाग में स्थित होती है | जिससे वह बाहर से स्पर्श करने पर महसूस नहीं होती है |स्त्री पुरुष दोनों के शरीर में सामान्यता दो किडनी पाई जाती हैं | यह राजमा के आकार की होती है |
वयस्कों में किडनी लगभग 10 सेंटी मीटर लंबी, 6 सेंटीमीटर चौड़ी और 4 सेंटीमीटर मोटी होती है | प्रत्येक किडनी का वजन लगभग 150 से 170 ग्राम होता है | किडनी हमारे शरीर में अनावश्यक द्रव्य और पदार्थों को पेशाब द्वारा दूर कर खून का शुद्धिकरण करती है और शरीर में अम्ल एवं छार का संतुलन बनाए रखती है खून में उनके उचित मात्रा को बनाए रहती है | इस तरह किडनी शरीर को स्वस्थ एवं स्वच्छ बनाती है |
किडनी का खराब होना किसी गंभीर बीमारियां या मौत का कारण भी बन सकता है |
किडनी (Kidney) खराब होने के कारण
- आज की बदलती जीवन शैली न सिर्फ हमारे जीवन में बदलाव किए हैं | बल्कि हमारे शरीर और किडनी पर भी जीवन शैली का प्रभाव पढ़ रहा है आज के युग में किडनी की खराबी के होने के अधिक केस देखने को मिलते हैं |
- ऑटोइम्यून बीमारी है जो शरीर के कई अंगों जैसे है | ह्रदय, फेफड़े, किडनी और मस्तिष्क को भी प्रभावित करती है | यह किडनी में सूजन पैदा कर सकती है | जिससे किडनी खराब हो जाती है |
- मूत्र संबंधी समस्याओं को भी किडनी खराब होने का कारण मुख्य माना गया है | जब हमारा शरीर मूत्र त्याग नहीं कर पाता तब कई विषाक्त तत्व किडनी पर जोर डालते हैं | इससे कभी.कभी यह पदार्थ मूत्र मार्ग और अन्य अंगों को रोक देते हैं | जैसे प्रोस्टेट, पेट सर्वाइकल, मूत्राशय |
- कई तरह की एंटीबायोटिक दवाएं, डायबिटीज और उच्च रक्तचाप भी किडनी खराब होने के प्रमुख कारण हैं |
- गुर्दे में ठीक तरह से रक्त प्रवाह न हो पाना, कोलेस्ट्रोल का जमना, धमनियों में रक्त का थक्का जमना | यह सभी किडनी खराब होने के कारण हैं |
किडनी ख़राब कैसे होती है kidney kaise kharab hoti hai
- मधुमेह (Diabetes): मधुमेह किडनी के लिए सबसे प्रमुख कारण माना जाता है। यह शरीर के रक्त में ग्लूकोज (शर्करा) के स्तर को बढ़ाता है, जिससे किडनी को फ़िल्टर करने में कठिनाई होती है और समय के साथ किडनी को नुकसान पहुंचता है।
- उच्च रक्तचाप (Hypertension): उच्च रक्तचाप किडनी के लिए एक और महत्वपूर्ण कारण है। यह रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचाता है और किडनी को रक्त की आपूर्ति में कमी का सामना करना पड़ता है।
- ग्लोमेरुलोनेफ्राइटिस (Glomerulonephritis): यह एक स्थिति है जिसमें किडनी के फ़िल्टर (ग्लोमेरुलस) में सूजन होती है। यह संक्रमण, ऑटोइम्यून रोगों या अन्य स्वास्थ्य स्थितियों के कारण हो सकती है।
- पॉलीसिस्टिक किडनी रोग (Polycystic Kidney Disease): यह एक आनुवांशिक विकार है जिसमें किडनी में बड़े हो जाने वाले बोनियां (सिस्ट) बनते हैं, जो किडनी को समान रूप से काम करने से रोकते हैं।
- मूत्र पथ संक्रमण (Urinary Tract Infections): बार-बार होने वाले मूत्र पथ संक्रमण (यूटीआई) किडनी को नुकसान पहुंचा सकते हैं। यदि इसे सही समय पर नहीं ठीक किया जाता है, तो यह किडनी में संक्रमण (पायलोनेफ्राइटिस) का कारण बन सकता है, जो किडनी को नुकसान पहुंचा सकता है।
- दवाओं का असर: कुछ दवाएं, जैसे कि गैर-स्टेरॉइडल एंटी-इंफ्लैमेटरी ड्रग्स (एनएसएआईडी), किडनी को नुकसान पहुंचा सकती हैं।
- अत्यधिक शराब की उपभोक्ति: अत्यधिक शराब की उपभोक्ति किडनी को नुकसान पहुंचा सकती है।
- धूम्रपान: धूम्रपान भी किडनी को नुकसान पहुंचा सकता है।
- मोटापा: मोटापा कई स्वास्थ्य समस्याओं, जैसे कि मधुमेह और उच्च रक्तचाप, के खतरों को बढ़ाता है, जो किडनी को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
किडनी (Kidney) खराब होने के लक्षण
- बेहद थकान लग रही हो वजन कम हो गया हो तो यह किडनी खराब होने के लक्षण है |
- किडनी की कार्य क्षमता में कमी आने के कारण शरीर में एसिड का बढ़ जाना |
- रकत में पोटेशियम की मात्रा अधिक होना |
- फेफड़ों में पानी भर जाना सांस फूलना कम पेशाब आना |
- पूरे शरीर में सूजन का आ जाना |
- खाने का मन ना होना और उल्टी आना |
- पीठ के निचले हिस्से में दर्द होना |
- स्त्रियों के मासिक धर्म चक्र में अनियमितता और पुरुषों में नपुंसकता का होना |
किडनी (Kidney) के लिए आहार
किडनी (Kidney) ख़राब होने पर क्या खाना चाहिए
किडनी से ग्रसित व्यक्तियों को किडनी का इलाज कराने के साथ.साथ अपने आहार का ध्यान रखकर सेवन करना चाहिए | जिससे किडनी रोग का नियंत्रण कर सकते हैं |
- अनाज – अनाज में गेहूं चावल ब्रोकेला दलिया इसका सेवन करें |
- फल-पोटेशियम युक्त फल जैसे खरबूज केला पपीता लाल अंगूर संतरा पाइनएप्पल आदि |
- सब्जियां-सब्जियों में शलजम, मशरूम, शिमला मिर्च, फूलगोभी, कुंदरू, कद्दू, लौकी, भिंडी आदि का सेवन करें |
अन्य पदार्थों
हल्का भोजन करें, अधिक तेल युक्त भोजन न करें, वैसन, धनिया, पुदीना, जफर, जैतून का तेल सूरजमुखी के तेल के उपयोग में लाएं |
किडनी (Kidney) ख़राब होने पर क्या
नहीं खाना चाहिए
गुड, मसाले, पकोड़े, पराठा, चाट, मालपुआ, खट्टे पदार्थ, सूखी सब्जियां, भारी आहार जैसे ठंडा खाना, दही, दूध से बने पदार्थ मांसाहार शराब धूम्रपान ज्यादा नमक का सेवन न करें |
किडनी (Kidney) को स्वस्थ रखने के लिए घरेलू उपाय
खाना खाने के बाद पानी में नींबू निचोड़ कर नियमित रूप से पियें |
व्यक्ति को रात के समय में सोते वक्त कुछ मुनक्का को पानी में भिगोने के लिए रख देना चाहिए तथा सुबह के समय में मुनक्का पानी से निकालकर उसके पानी को पीना चाहिए ऐसा कुछ दिनों तक करने से किडनी की समस्या जल्दी समाप्त हो जाती है |
गेहूं के ज्वारे और गिलोय के रस का मिश्रण बनाकर सुबह खाली पेट नियमित रूप से पीने से किडनी के लिए लाभदायक है |
यदि मरीज को चाय की आदत है तो उसकी जगह पर पतंजलि दिव्यपेय दे सकते हैं |
किडनी (Kidney) रोग के लिए योग
- अर्धमत्स्येंद्रासन
- नौकासन
- भुजंगासन
योग आज दुनिया भर में लोगों के बीच तेजी से फैल रहा है इसके पीछे सबसे बड़ी योग का सकारात्मक प्रभाव है अगर कहा जाए कि स्वस्थ रहने के लिए योग से बेहतर कुछ नहीं है तो यह गलत नहीं होगा | वैसे तो सभी प्रकार के योगासन बीमारियों को दूर करते हैं | यहां पर किडनी के रोगों को नियंत्रित करने के लिए योग बताया गया है |
1.अर्धमत्स्येंद्रासन
- इस आसन को करने के लिए दंडासन में बैठ जाएं |
- अब एक पैर को अर्ध पद्मासन में लगाएं |
- दूसरे प्यार को घुटने से मोड़ते हुए दूसरे पैर के घुटनों के बगल में रखें |
- अब जो पैड पद्मासन की स्थिति में है उस साइड वाले हाथ को उठाते हुए दूसरे पैर के पंजे को पकड़े |
- अब दूसरे हाथ को पीछे की ओर रखें और रीड के हड्डी एवं गर्दन को सीधा रखें | उसके बाद पीछे की ओर देखें |
- इस योग आसन को करते हुए रीड का आधा हिस्सा मुड़ता है जिससे हमारी किडनी पर प्रभाव पड़ता है | इससे किडनी बहुत अच्छे से कार्य करने की क्षमता मिलती है |
2.नौकासन
- इस आसन को करने के लिए सर्वप्रथम पीठ के बल लेट जाएं |
- अब अपने दोनों पैरों को घुटनों से बिना मोड़े 60 डिग्री का कोण बनाते हुए ऊपर की ओर उठाएं |
- आप स्वांस लेते हुए दोनों हाथों को और धड़ को ऊपर उठाते हुए पैरों को स्पर्श करने का प्रयास करें |
- पुनासा छोड़ते हुए दोनों हाथ नीचे ले आए दोनों पैरों को वापस जमीन पर रखें |
- नौकासन का अभ्यास करते हुए रीड की हड्डी के साथ.साथ पेट के सभी मुख्य अंगो को दबाव पड़ता है | जिससे किडनी को उत्तेजित कर देता है | इस तरह किडनी के लिए लाभदायक है |
3.भुजंगासन
- इस आसन का अभ्यास करने के लिए सर्वप्रथम पेट के बल लेट जाएं |
- अब अपने पैरों के पंजों को मिलाकर रखें |
- दोनों हाथों को दोनों कंधों के बगल में रखें |
- सांस लेते हुए अभी तक के भाग को ऊपर की ओर उठाएं |
- सांस छोड़ते हुए पुनः सामान्य स्थिति में आ जाए |
- भुजंगासन का अभ्यास करने से किडनी में स्ट्रेच आता है किडनी में रक्त प्रवाह को बढ़ाने में मदद करता है |
किडनी (kidney) के लिए प्राणायाम
किडनी को स्वस्थ एवं सुरक्षित रखने के लिए
- नाड़ी शोधन प्राणायाम
- उज्जाई प्राणायाम
- चंद्रभेदी प्राणायाम
- भ्रमरी प्राणायाम
- प्रणाम ओम का जप करें
इससे किडनी रोग में काफी मदद मिलती है उसको स्वस्थ रखने के लिए
किडनी (Kidney) को स्वस्थ रखने के लिए सावधानियां
- किडनी रोगों के लिए योग का अभ्यास जरूर करें परंतु इसके साथ साथ इसका इलाज भी कराना आवश्यक है |
- किसी भी गर्भवती महिला को योग आसनों का अभ्यास न करें |
- पेशाब आने पर करने न जाने से किडनी रोग की समस्या और ज्यादा हो सकती है | इसलिए मल मूत्र के वेग को न रोकें |
- ज्यादा शराब का सेवन करने से लीवर के साथ.साथ किडनी भी खराब हो जाती है | इसलिए शराब का सेवन न करें |
- शरीर में पानी की कमी न होने दें |
- डॉक्टर से संपर्क में रहे नियमित जांच कराएं |
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अनुलोम विलोम प्राणायाम के लाभ