निरोगी जीवन के महत्वपूर्ण सूत्र

निरोगी जीवन के महत्वपूर्ण सूत्र | IMPORTANT TIPS FOR A HEALTHY LIFE

निरोगी जीवन के महत्वपूर्ण सूत्र
निरोगी जीवन के महत्वपूर्ण सूत्र

इस जीव जगत मैं ऐसा कौन है जो निरोगी जीवन नहीं चाहता यहां हर व्यक्ति निरोगी जीवन की आशा रखता है | सुखी स्वस्थ संतुलित और सफल जीवन का आधार हमारी निरोगी काया है |

हमारा निरोगी शरीर ही स्वस्थ जीवन का आधार माना जाता है | कितने भी आत्मिक विकास, संसार के कितने भी सुख क्यों न मिल जाएँ परंतु जब तक शरीर स्वस्थ नहीं है | तब तक यह जीवन हमारे लिए दूभर है |

 

कुछ सामान्य सूत्रों का पालन करते हुए हर व्यक्ति एक सुखी सफल एवं निरोगी जीवन की आशा रख सकता है |

संतुलित दिनचर्या | BALANCED ROUTINE

जीवन में रोग प्रमुख रूप से हमारी दिनचर्या के अस्त व्यस्त होने के कारण होते हैं | इससे तनाव, चिंता, अवसाद जैसी समस्या उत्पन्न होती है | जिससे जीवन में कई तनाव से रोग उत्पन्न होने लगते हैं |

तनावमुक्त जीवन व्यक्ति को स्वस्थ रखता है | इसलिए संतुलित व्यवस्थित दिनचर्या हर व्यक्ति को बनानी चाहिए | जिससे किसी भी प्रकार का मानसिक दबाव ना हो और निरोगी जीवन का आधार बन सके |

निरोगी जीवन के लिए व्यक्ति को अपनी दिनचर्या को सुव्यवस्थित बनाना होगा जिससे जीवन मैं शांति व प्रसन्नता आती है और कहीं ना कहीं शांति एवं प्रसन्नजीवन भी स्वस्थ रहने का उपाय है क्योंकि चिंता ग्रस्त व्यक्ति कितना भी खुश रहने की कोशिश करें, कितना भी खाए पिए वह स्वस्थ नहीं हो पाता |

जबकि प्रसन्नचित व्यक्ति कैसा भी रुखा-सूखा भोजन ग्रहण करके भी सुखी पूर्वक जीवन व्यतीत करता है, इसलिए हमें अपने दिनचर्या में बदलाव लाना होगा

निरोगी जीवन के 10 आधार | 10 FOUNDATIONS OF A HEALTHY LIFE

1.नियमित रूप से अपनी दिनचर्या में प्रातः काल उठना शुरू करें |

2.स्नान आदि कार्यों के करने के बाद नियमित रूप से व्यायाम योगाभ्यास का अनुसरण करें |

3.साथ ही ईश्वर की प्रार्थना हमें एकाग्रता बढ़ाने में बहुत मदद करती हैं ईश्वर को याद करें |

4.साथ ही अपनी दिनचर्या में निश्चित समय के साथ.साथ संतुलित मात्रा में भोजन ग्रहण करें |

5.संयम रखें आवश्यकता से अधिक ना खाएं |

6.अपने शरीर को विश्राम दे शरीर को अधिक ना थकाए |

7.नियमित पठन.पाठन करें स्वाध्याय का अभ्यास करें |

8.अपने जीवन में सदाचार को अपनाने का प्रयास करें |

9.योगा का नियमित अभ्यास करें यह हमारे जीवन को निरोगी बनाने में बहुत लाभदायक है |

10.साथ ही अपनी दिनचर्या में पर्याप्त रूप से निद्रा बहुत ही आवश्यक है क्योंकि नींद पूरी ना होने से तनाव आता है और तनाव से कई रोग उत्पन्न होने लगते हैं | इसलिए पर्याप्त मात्रा में नींद ले इस प्रकार संतुलित सात्विक दिनचर्या निरोगी जीवन का आधार बन सकती हैं

संतुलित आहार | BALANCED DIET

एक सुखी संतुलित स्वस्थ जीवन का एवं निरोगी जीवन का आधार आहार होता है | जीवन लीला आहार से शुरू होती है, जो हमारे शरीर एवं मन दोनों को प्रभावित करती है | आहार से ही हमारा मन प्रभावित होता है, जैसा आहार हम लेंगे वैसा हमारा मन बनेगा, वैसे हमारे शारीरिक क्षमता होगी और उस आधार पर हमारा जीवन प्रभावित होगा |

शुद्ध संतुलित भोजन निरोगी जीवन का आधार है | व्यक्ति को पौष्टिक संतुलित आहार ग्रहण करना चाहिए | व्यक्ति को यह पता होना चाहिए कि कौन सा आहार इसके लिए पौष्टिकता प्रदान करेगा और कौन सा आहार हानि पहुंचाता है |

साथ ही इसमें संयम रखने की बहुत आवश्यकता है ध्यान रहे जब भूख लगे तभी भोजन ग्रहण करें आवश्यकता से अधिक ऐसा कोई भी काम ना करें जो हमें हानि पहुंचाए |

इन सब बातों का ध्यान रखते हुए हमें जीवन में आहार को ध्यान में रखते हुए संतुलित सात्विक रूप से ग्रहण करना चाहिए क्योंकि आहार से ही हमारी शारीरिक क्षमता और मानसिक क्षमता पर प्रभाव पड़ता है |

यदि हम सात्विक आहार लेते हैं तो हमारा मन शरीर दोनों स्वस्थ रहता है परंतु यदि हम अशुद्ध वासी असंतुलित भोजन ग्रहण करते हैं तो हम रोग उत्पन्न होने के साथ.साथ मानसिक रूप से भी प्रभावित होते हैं और तनाव चिंता जैसे समस्याएं उत्पन्न होने लगती हैं | इसलिए व्यक्ति को निरोगी जीवन के लिए सात्विक भोजन को आधार बनाना है |

अन्य बातें | OTHER THINGS

हर कोई लंबे समय तक जीना चाहता है और निरोगी जीवन बनाना चाहता है यदि सुख पूर्वक लंबे समय तक जीना है तो हमें दूसरों के लिए अच्छे परोपकार के कार्य करने चाहिए |

ईर्ष्या जलन की भावना को अपने अंदर से निकाल देना चाहिए क्योंकि इससे ही मानसिक रोग उत्पन्न होते हैं | साथ ही सभी के लिए अपने मन में अच्छे भाव रखने चाहिए | अहिंसा का पालन करना चाहिए | अपने स्वास्थ्य की रक्षा करनी चाहिए | हमारे सभी विचार जीवन को निरोगी बनाने में सहायक हों ऐसा सोचना चाहिए |

किसी भी प्रकार का कोई नशीले पदार्थ का सेवन नहीं करना चाहिए, ना ही ऐसे व्यक्ति के संगत में रहना चाहिए जो नशा करता हो |  क्योंकि यह हमारे जीवन को नष्ट कर देती है और मृत्यु की ओर ले जाती है |

जीवन में रोग उत्पन्न होते हैं यदि स्वस्थ सुख पूर्वक लंबे समय तक जीवन व्यतीत करना है तो हमें नशीले पदार्थों का सेवन अपने जीवन में वर्जित करना होगा और लोगों को भी इसके लिए जागरूक करना चाहिए यह हमारे निरोगी जीवन का आधार बन सकता है |

जितने भी शारीरिक कष्ट हमारे शरीर में उत्पन्न होते हैं | हमारे जीवन में बाधा उत्पन्न करते हैं, जिससे विभिन्न के रोगों की उत्पत्ति होती है, जिससे अधिकतर व्यक्ति रोग ग्रसित है – जैसे मधुमेह, उच्च रक्तचाप, कैंसर, थायराइड जैसी समस्याएं इसका उदाहरण है |

इन सब से बचने के लिए हमें नियमित रूप से योग का अभ्यास करना चाहिए | हमें इन लोगों से बचने में सहायता प्रदान कर सकता है | साथ ही हमें शारीरिक एवं मानसिक रूप से स्वस्थ रखता है |

इन सभी बातों का हर व्यक्ति अनुसरण करें तो वह अपने जीवन को निरोगी बना सकता है |

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