जीका वायरस क्या होता है | What is Zika Virus
जीका वायरस एक खतरनाक वायरस है जो मच्छरों की वजह से फैलता है | इस वायरस को बहुत ही गंभीर वायरस माना गया है | जीका वायरस किस वजह से फैलता है | इसके लक्षण और उपचार यहां पर बताए गए हैं |
जीका वायरस फैलने का कारण | Due to the Spread of Zika Virus
जीका वायरस मुख्य रूप से मच्छरों से फैलने वाला वायरस है | यह वायरस डेंगू मलेरिया और चिकनगुनिया की तरह मच्छरों से फैलता है |
जीका वायरस का वाहक कौन सा मच्छर है ?
जीका वायरस का वाहक एडीज मच्छर है जो दिन में सक्रिय रहते हैं और इस के काटने से यह वायरस फैलता है |
मच्छर किसी संक्रमित व्यक्ति को काट लेता है | जिसके खून में वायरस मौजूद है | व्यक्ति को काट कर दूसरे व्यक्ति में भी इस वायरस को फैला सकता है |
मच्छरों के अलावा असुरक्षित शारीरिक संबंध एवं संक्रमित रक्त के माध्यम से जिका वायरस फैलने की संभावना अधिक होती है |
जीका वायरस सलाइवा और सी मेट जैसे शरीर के तरल पदार्थ के आदान-प्रदान से संक्रामक हो सकता है | यह सभी कारण जीका वायरस के फैलने के बताए गए हैं |
जीका वायरस गर्भवती महिलाओं में भी फैल सकता है | यह वायरस गर्भवती मां से नवजात शिशु को भी यह वायरस फैल सकता है |
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार ज्यादातर लोगों को जिका वायरस के लक्षण दिखाई नहीं देते साथ ही यह बताया गया है |
जीका वायरस का साइकिल कितने दिन का होता है ?
जीका वायरस का इनक्यूबेशन यानी लाइफ साइकिल 3 से 14 दिन का होता है | इसमें भी ज्यादातर लक्षण दूसरे से सातवें दिन तक ही दिखाई देते हैं |
जीका वायरस के लक्षण क्या हैं | What are the Symptoms of Zika Virus
जीका वायरस से ज्यादातर लोग जटिलताओं के बिना ही ठीक हो जाते हैं और कुछ लोगों में यह लक्षण दिखाई देते हैं जो इस प्रकार हैं |
1.बुखार आना
2.मांसपेशियों और जोड़ों में दर्दहोना
3.कमजोरी महसूस होना
4.सिर दर्द होना
5.आंखें लाल होना
6.कंजेक्टिवाइटिस
7.त्वचा पर चकत्ते आ जाना
8.बेचैनी होना
इस प्रकार के लक्षण जीका वायरस के व्यक्तियों में दिखाई देते हैं |
जीका वायरस संक्रमण भीगुईलेनबैर सिंड्रोम, न्यूरोपैथी और माय लाइट इसका एक ट्रिगर है | विशेष रूप से यह वयस्कों और बड़े बच्चों में प्रभावित होता है |
जीका वायरस गर्भवती महिलाओं के संक्रमित होने पर उस महिला से जन्म लिया नवजात शिशु में माइक्रो सैफली और अन्य दोष पैदा कर सकता है | माइक्रो सैफ्ली एक दुर्लभ जन्म दोष होता है | जिसमें बच्चे का सिर अपेक्षा से अधिक छोटा होता है | शिशु का संपूर्ण विकास नहीं हो पाता है जो मस्तिष्क के विकास की समस्याओं से संबंधित हो सकता है |
इसके और भी लक्षण गर्भवती महिला में शिशु को लेकर पाए जाते हैं जैसे शिशु का समय के पहले ही जन्म ले लेना या मृत्यु हो जाना यह जीका वायरस के कारण होता है |
जीका वायरस के इन लक्षणों को किसी भी व्यक्ति में दिखाई देने पर जीका वायरस का पता खून जांच, पेशाब या फिर वीर्य की जांच से किया जा सकता है |
जीका वायरस का उपचार | Treatment of Zika Virus
ऐसे स्थान पर जाने से बचे जहां पर जीका वायरस का संक्रमण अधिक हो |
जीका वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए सबसे महत्वपूर्ण है | मच्छरों को नष्ट करना इस वायरस से बचने के लिए सुबह शाम हमें यह ध्यान रखना है कि खिड़की दरवाजे बंद रखें |
ऐसी कोई भी स्थिति उत्पन्न न होने दें | जिससे मच्छर उत्पन्न हो यानी मच्छरों से बचाव ही जीका वायरस का प्रमुख रूप से बचाव है |
मच्छरों से बचाव के लिए मच्छर तो अंधेरे स्थानों और पानी को घर के अंदर और बाहर दोनों जगह ही होते हैं | यहां मच्छरों के काटने से बचने और जीका वायरस संक्रमित होने से बचने का सबसे अच्छा तरीका यह है कि इन्हें मारने या भगाने का स्प्रे उपयोग करें |
कपड़ों के नीचे स्प्रे न करें |
सनस्क्रीन पहले लगाएं फिर एंटी कीटविकर्षक लगायें |
3 साल से कम उम्र के बच्चों पर लेमन यूकेलिप्टस का प्रयोग न करें |
2 महीने से छोटे बच्चों पर एंटी कीट लोसन का प्रयोग न करें | इसकी जगह कार की सीट पर या कैरियर के चारों ओर मच्छरदानी लगा सकते हैं |
जब भी सोए मच्छर की दवाइयां और मच्छरदानी लगाकर ही सोए |
कहीं भी कूड़ा करकट या पानी जमा न होने दें | जिससे मच्छर पनपते हैं |
एडीज मच्छर घरों कार्य स्थलों के आसपास स्कूलों के आसपास पानी के छोटे संग्रह में प्रजनन करने लगते हैं | इन मच्छरों के प्रजनन स्थलों को खत्म करना सबसे महत्वपूर्ण है | जिनमें कुछ शामिल है जैसे फूलों के बर्तनों में खड़े पानी को निकालना, भंडारण जल, भंडारण कंटेनर और को ढकना |
कचरे को साफ करना मच्छरों के प्रजनन स्थल को कम करने के लिए स्थानीय सरकार और सार्वजनिक स्वास्थ्य कार्यक्रमों को समर्थन करने के लिए सामुदायिक पहल आवश्यक है |
जीका वायरस के उपचार के लिए कोई विशिष्ट टीका या फिर वैक्सीन ऐसी कोई भी दवा नहीं बनाई गई है जो इस वायरस को खत्म कर सके परंतु जीका वायरस के संक्रमण के लक्षणों का इलाज किया जा सकता है |
जीका वायरस के लक्षण दिखाई देने पर डॉक्टर से जांच करवाएंगे तो लक्षणों के आधार पर वह हमें सर दर्द, बुखार से संबंधित दवा देते हैं | जिससे इन लक्षणों को नियंत्रित किया जाता है |
गर्भवती महिलाओं को ऐसे स्थान पर जाने से बचना चाहिए जहां जीका वायरस से प्रभावित संक्रमण हो अगर कोई गर्भवती महिला ऐसी स्थान पर गए भी हो तो उसे तुरंत डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए |
यदि कोई पुरुष या महिला किसी ऐसे स्थान पर गए हैं जहां पर जीका वायरस से संबंधित समस्याएं उत्पन्न हो तो शारीरिक संबंध नहीं बनाने चाहिए |
जीका के ट्रांसमिशन वाले क्षेत्रों में रहने वाली गर्भवती महिलाएं या जो जीका वायरस संक्रमण के लक्षण दिखाई दें तो उन्हें जल्द ही प्रयोगशाला परीक्षण और अन्य नैदानिक देखभाल के लिए चिकित्सा ध्यान देना चाहिए |
यदि आपको गले में खराश और दर्द एवं तेज बुखार के लक्षण दिखाई दे रहे हैं तो ऐसी स्थिति में तरल पदार्थों का सेवन करें तामसिक भोजन ग्रहण न करें |
जिका वायरस से बचाव के लिए हमें यह भी ध्यान देना पड़ेगा कि ऐसे क्षेत्र में जहां जीका वायरस का प्रकोप हो वहां पर रक्तदान करने से बचना चाहिए क्योंकि रक्तदान से भी जीका वायरस फैलने का खतरा होता है |
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