BENEFITS OF YOGA IN HINDI | योग के 3 लाभ

BENEFITS OF YOGA IN HINDI | योग के 3लाभ

1.शारीरिक लाभ | PHYSICAL BENEFITS

2.मानसिक लाभ | MENTAL BENEFITS

3.आध्यात्मिक लाभ |SPIRITUAL BENEFITS

योग एक ऐसी विधा है जो हमें शारीरिक एवं मानसिक दोनों रूपों से लाभ पहुंचाती है | यदि हम अपने जीवन में योग को अपनाएं निरंतर योग का अभ्यास करें तो हम अपने शरीर को स्वस्थ रखने के साथ.साथ अपने मन को भी स्वस्थ किया जा सकता है | साथ ही निरंतर योग के अभ्याससे आध्यात्मिक रूप से भी प्रभावित करता है |

BENEFITS OF YOGA IN HINDI

इसके लिए योग के नियमों का पूर्ण रुप से पालन करना आवश्यक है जैसे योग के प्रमुख अंग यम, नियम, आसन, प्राणायाम, मुद्रा, बंध इन सब का जिस प्रकार से ग्रंथों में विधि बताई गई है, साथ ही योगाचार्यके निर्देश अनुसार वैसा ही पालन करना अन्यथा इसका गलत अभ्यास करने पर हमारे शरीर में इसका बुरा प्रभावपड़ सकता है |

1.शारीरिक लाभ | PHYSICAL BENEFITS

निरंतर रूप से योग का अभ्यास हमें शारीरिक रूप से स्वस्थ रखने में सहायता प्रदान करता है | योग के अभ्यास से हमारा शरीर मजबूत, स्वस्थ एवं शरीर की मांसपेशियां में लचीलापन लाने में सहायता प्रदान करता है | योग का उद्देश्य योग के विभिन्न अंगों का अभ्यास तथा संतुलित सात्विक आहार के माध्यम से शरीर को निरोगी बनाना है |

योगाभ्यास के द्वारा शरीर के अलग.अलग अंगों का अलग.अलग लाभ मिलता है | इससे संपूर्ण शरीर का व्यायाम होता है | साथ ही शरीर के विभिन्न रोगों को योग के अभ्यास के द्वारा नियंत्रण में किया जा सकता है | शरीर में उत्पन्न विभिन्न रोग अस्थमा, साइनस, मोटापा, उच्च रक्तचाप, अर्थराइटिस, मधुमेहजैसे अन्य कई लोगों को योग के निरंतर अभ्यास से नियंत्रित व दूर किया जा सकता है |

योग के अभ्यास के द्वारा शरीर के प्रमुख संस्थान जैसे श्वसन संस्थान, पाचन संस्थान की समस्याओं को निरंतर अभ्यास आसन एवं प्राणायाम के द्वारा सुचारू रूप से कार्यरत करने में लाभ पहुंचाता है | जिससे इन संस्थानों से जुड़े अंगों में होने वाले रोगों को नियंत्रित किया जा सकता है |

योग का अभ्यास सामान्यतः लोग खुद को फिट रखने एवं मोटापा कम करने के लिए करते हैं और यह बात सत्य भी है क्योंकि योग का निरंतर अभ्यास शरीर में जमा अतिरिक्त चर्बी को कम करता है और इससे हम खुद को हेल्दी एवं फिट महसूस करते हैं |

ऐसा माना गया है कि योग का निरंतर अभ्यास हमें दीर्घायु बनाता है अर्थात योग का अभ्यास निरंतरता के साथ करने से जल्दी बुढ़ापा नहीं आता और शरीर हष्ट पुष्ट, स्वस्थ, मजबूत एवं सुडौल, आकर्षक बनाने में सहायता प्रदान करता है

2.मानसिक लाभ | MENTAL BENEFITS

योग के अभ्यास से शारीरिक रूप से स्वस्थ रहने के साथ.साथ यह में मानसिक रूप से स्वस्थ रहने में भी लाभ पहुंचाता है | मानसिक स्वास्थ्य को स्वस्थ रखने के लिए योग वरदान माना गया है | योग के अभ्यास से मानसिक तनाव, चिंता एवं अवसाद को दूर किया जा सकता है एवं मानसिक रोग को नियंत्रण में किया जा सकता है |

योगाभ्यास आसन प्राणायाम ध्यान इन सभी योग के अंगों के माध्यम से अपने जीवन में निरंतर अभ्यास करने से मानसिकरूप से रोगों से लड़ने में शक्ति मिलती है | जिससे मानसिक शांति प्राप्त होती है साथ ही रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में योग बहुत सहायक है |

योग निरंतर अभ्यास हमारे अंदर की नकारात्मक सोच को सकारात्मक सोच में परिवर्तित कर देता है | इसके अभ्यास से ईशा, द्वेष, जलन की भावना कम हो जाती है | व्यक्ति अपने गुस्से को नियंत्रण में करने लगता है और व्यक्ति के उच्च विचार बनने लगते है |

योग मुख्य रूप से तनाव को कम करने के लिए बेहतर है इससे तनाव, डिप्रेशन को कम किया जा सकता है | साथ ही अपनी एकाग्रता को बढ़ाने के लिए योग एक उत्तम अभ्यासमाना गया है | श्रवण मनन करने की क्षमता और याददाश्त बढ़ाने के लिए योग बहुत ही लाभदायक है |

एंजायटी जैसे समस्याओं को भी योग के द्वारा नियंत्रण में किया जा सकता है | साथ ही योगाभ्यास एक बेहतर नींद लेने के लिए बहुत ही लाभदायक है योग के कुछ अंग हैं | जिनमें निद्रा की क्रियाएं बताई गई हैं | जिसके अभ्यास से नींद की समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए योग एक बेहतर साधन है |

योग हमारे मस्तिष्क से जुड़ी समस्याओं को दूर करने में सहायता प्रदान करता है | योग की कुछ क्रियाएं जैसे ओम का जप करना, मंत्र उच्चारण करना, ध्यान करनाइसके माध्यम से मस्तिष्क के कुछ क्षेत्र ऐसे पाए गए हैं जो वास्तव में शांत होते हैं | उनकी गतिविधि में कमी भी आती है | योग का निरंतर अभ्यास मस्तिष्क की क्रिया शीलता को बेहतर बनाने में लाभ पहुंचाता है साथ ही याददाश्त बढ़ाने में बहुत ही लाभकारी है |

3.आध्यात्मिक लाभ |SPIRITUAL BENEFITS

योग एक ऐसी विद्या है जो जीवन जीने की कला को सिखाता है | यह भारतीय संस्कृति का प्रमुख अंग है जो वेदों पुराणों एवं गीता जैसे ग्रंथों में वर्णित है के निरंतर प्रयास करने से हमें आध्यात्मिक रूप से लाभ मिलता है |

योग ना केवल शरीर को हष्ट पुष्ट रखने बल्कि मन और अध्यात्म रूप से व्यक्ति को तथा मन, बुद्धि एवं आत्मा तीनो लोक से स्थिरता प्रदान करता है | योग हमेशा सकारात्मक शक्ति एवं ऊर्जा प्रदान करने में सहायक है |

योग के अभ्यास में रूप से शारीरिक रूप से स्वस्थ रहने के लिए आसन, मानसिक रूप से स्वस्थ रहने के लिए प्राणायाम श्रेष्ठ माना गया है | उसी प्रकार आध्यात्मिक रूप से स्वस्थ रहने के लिए ध्यान प्रमुखहै | ध्यान के अभ्यास से व्यक्ति के अंदर की उदासीनता व्याकुलता दूर होती है | आध्यात्मिक, व्याकुलता निराशा जैसी समस्याएं समाप्त हो जाती हैं |

योग के अभ्यास से ध्यान के अंतर्गत हम अपनी चेतना को शुद्ध कर सकते हैं | साथ ही आध्यात्मिक स्तर पर प्रभाव पड़ता है | जिससे व्यक्ति के मन में एकता, दया, भाव, भाई चारा की भावना समूचे समुदाय के लिए उत्पन्न होने लगती है, और व्यक्ति सब विचारों वाला बनता है |

इस प्रकार योग का निरंतर अभ्यास करने से व्यक्ति में अध्यात्मिक शक्ति वृद्धि होने लगती है और हमें आध्यात्मिक रूप से लाभ पहुंचता है | इसके लिए विशेष रूप से योग गुरु की शरण में जाना चाहिए |

 

इस प्रकार योग हमें शारीरिक मानसिक भावनात्मक एवं आध्यात्मिक रूप से लाभ पहुंचाता है एवं रोग से निरोग करने में सहायता प्रदान करता है | इसलिए आज के इस भाग दौड़ भरी जिंदगी में अपनी दिनचर्या में सभी लोगों को योग को शामिल करना चाहिए |

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